Friday, 7 November 2025

छैल बिहारी किराड़ अलवर






सामाजिक चेतना के अग्रदूत: छैल बिहारी किराड़ अलवर राजस्थान के प्रमुख समाज सेवी एवं जाने माने रियल एस्टेट व्यापारी 

अलवर की पवित्र भूमि ने अनेक समाजसेवियों को जन्म दिया है, परन्तु उनमें से एक नाम अत्यंत सम्मान और आदर के साथ लिया जाता है — छैल बिहारी किराड़। खटीक समाज अलवर के अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय आदर्श मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में आपका व्यक्तित्व केवल नेतृत्व तक सीमित नहीं है, बल्कि एक सामाजिक भामाशाह और सर्वसमाज के सेवक के रूप में जाना जाता है।

छैल बिहारी किराड़ जी उन चुनिंदा व्यक्तियों में से हैं जो समाज में परिवर्तन के लिए केवल बातें नहीं करते, बल्कि धरातल पर उतरकर कार्य करते हैं। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन, युवाओं की शिक्षा एवं नेतृत्व विकास, बुजुर्गों के सम्मान, तथा वंचित वर्ग के upliftment में आपका योगदान लगातार बढ़ता जा रहा है।

आपका मानना है कि समाज की सच्ची उन्नति तभी संभव है, जब हर वर्ग, हर व्यक्ति और हर समुदाय एक दूसरे के साथ हाथ मिलाकर आगे बढ़े। इसी सोच के साथ आपने "राम-भीम संगम" की विचारधारा को सामाजिक एकता और सद्भाव के रूप में स्थापित किया। आपके नेतृत्व में राष्ट्रीय आदर्श मंच केवल संगठन नहीं, बल्कि सामाजिक जागरण का आंदोलन बन चुका है।

आपकी कार्यशैली सरल, पारदर्शी और जनसंपर्क से भरपूर है। आप हमेशा समाज के बीच रहते हैं — कभी छात्र आंदोलन में युवाओं के साथ, कभी महिला सभा में बहनों की आवाज़ बनकर, तो कभी पीड़ित परिवार के लिए न्याय के प्रहरी बनकर।

आपकी विशेषताएँ:

विनम्रता में दृढ़ता

संघर्ष में सेवा

विचारों में सरलता

और समाज के लिए अटूट समर्पण


छैल बिहारी किराड़ जी आज केवल एक नाम नहीं, बल्कि प्रेरणा, नेतृत्व और सामाजिक जागरूकता का प्रतीक हैं।
उनका जीवन संदेश देता है —
“हम तब तक सफल नहीं, जब तक समाज का अंतिम व्यक्ति भी सम्मान और अवसर से वंचित  रहे।”

सैल्यूट है ऐसे कर्मयोगी को,
जो समाज को जोड़ता है, उठाता है, और नई दिशा देता है। ✊🌿

— राष्ट्रीय आदर्श मंच परिवार
M 8890410303

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