Monday, 26 March 2018

save reservation .....Alwar Khatik Samaj

प्यारे साथियो
आपके जोश और जिज्ञासा को सलाम
आज की भागम भाग जिंदगी में जब सभी लोग अपनेअपने कार्यो में व्यस्त है और ये सोचते थे की हमारा कोई बिगाड़  नहीं सकता आज उनकी आँखों से ये भरम का पर्दा बीजेपी द्वारा प्रायोजित और सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक गाइड लाइन ने खोल दिया है  ,विस्तार में बोलने की आवश्यकता नहीं है आप लोग अपनी पोस्ट में बता चुके हो जो सत्य है। सवाल उठता है की अब क्या करे, इस आंदोलन में
शिक्षक एवं सरकारी  वर्ग ,व्यपारी वर्ग मजदूर वर्ग  एवं बे रोजगार वर्ग  इनको कैसे शामिल करे ,संघठन इतने बन गए है की आज हर ५ आदमियों ने अपना एक नया संघठन बना लिया है जो अपनी ढपली अपना राग अलाप रहे हैं ,अच्छी बात है संघठन बने लेकिन मेरे अनुभव से  मैं ये कह सकता हूँ की इन संघठनो की आपसी सम्प्रभुता की आकांशा ही  इस आंदोलन की बलि चढ़ा देगी ,किसी ने अपना बैनर लगा दिया ,किसी ने अपना कद ऊँचा बता दिया। हमको चाहिए की केवल एक ही बैनर" बाबा साहब" का हो  जिसमे समस्त जातियों के प्रतिनिधि हो समस्त राजनितिक पार्टिया के  अनुसूचित जाति/अनुसूचित  जनजाति के सभीलोग हो और एक साथ आये बिना किसी पद ओहदा के तब तो हम दबाब बना सकते है अन्यथा आगे किसी दफ्तर और कंपनी में हमारी पीढ़ी को झाड़ू पोछा से बढ़कर कोई कार्य नहीं मिलेगा ,और  जो कोई थोड़ा बहुत ऊपर बढ़ भी जायेंगे उनकी गिनती उंगलियों पर हो जाएगी ।
जो कोई संघठन चंदा मांगे मत दो ,सेवा दो ,कोई खाने की सेवा दे कोई टेंट की सेवा दे ,कोई पानी की सेवा दे ,कोई गाड़ियों की सेवा दे ताकि लोग इसकी आड़ में कोई  गरीब को सताए नहीं।
अलवर में इतना बड़ा मुद्दा है की आपको कही और जाने की आव्सय्कता नहीं है १४ अप्रैल को बाबा भीमराव की जयंती है सभी को इस जयंती को ग्राम सहजपुर में जहाँ बाबा साहब की मूर्ति को प्रशासन ने हटवा दिया था वही पर मनानी  चाहिए या शुरुआत वही से होनी चाहिए बाद में अपने कार्यक्रम स्थल पर आयोजन करे इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए  पुनः मेरे युवा साथियो को धन्यबाद जिन्होंने इस गंभीर मुद्दे पर सभी को एक साथ आने के लिए प्रेरित किया ,
आपका
छैल विहारी किराड़
 अनुसूचित जाति
खटीक समाज अलवर